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GDP Data FY23: वैश्विक संकट का असर, 2022-23 में 7 फीसदी GDP रहने का है अनुमान, 2021-22 में 8.7% था GDP

मौजूदा चालू वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी 7 फीसदी रहने का अनुमान है. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने सालाना जीडीपी ग्रोथ का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है. बीते वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी 8.7 फीसदी रहा था. आरबीआई ने 2022-23 में 6.8 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया है. आरबीआई ने पहले 7 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया था लेकिन दिसंबर महीने में इसे घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया गया. एक फरवरी 2023 को मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पांचवा पूर्ण बजट पेश करेगी जिसमें सांख्यिकी मंत्रालय के जीडीपी के इन आंकड़ों का इस्तेमाल बजट बनाने में बेस के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रदर्शन 2022-23 में निराशाजवक रहने वाला है. बीते वर्ष के मुकाबले मैन्युफैक्चरिंग में बड़ी गिरावट आ सकती है. इन आंकड़ों के मुताबिक 2022-23 में कृषि क्षेत्र 3.5 फीसदी के दर से ग्रोथ दिखाएगा जबकि 2021-22 में 3 फीसदी रहा था. वहीं मैन्युफैकचरिंग सेक्टर 1.6 फीसदी के दर से विकास करेगा जबकि 2021-22 में ये सेक्टर 9.9 फीसदी रहा था. माइनिंग और क्वैरिंग 2022-23 में 2.4 फीसदी के दर ग्रोथ दिखाएगा जबकि 2021-22 में ग्रोथ रेट 11.5 फीसदी रहा था. इलेक्ट्रिसिटी, गैस, वाटर सप्लाई और दूसरे यूटिलिटी का ग्रोथ रेट 13.7 फीसदी रहने का अनुमान है जबकि 2021-22 में 11.1 फीसदी से दर से विकास किया था. कंस्ट्रक्शन क्षेत्र 2022-23 में 9.1 फीसदी के दर से विकास करेगा जबकि 2021-22 में 11.1 फीसदी ग्रोथ रेट रहा था.
ट्रेड होटल्स, ट्रांसपोर्ट, कम्यूनिकेशन, ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े सर्विसेज मौजूदा वित्त वर्ष में 13.7 फीसदी के दर से विकास करेगा जो 2021-22 में 11.1 फीसदी के दर से विकास किय था. फाइनैंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज 6.4 फीसदी के दर से विकास करेगा जबकि 2021-22 में 4.2 फीसदी विकास दर रहा था. पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन,डिफेंस और दूसरे सर्विसेज 7.9 फीसदी के दर से विकास करेगा जबकि 2021-22 में 12.6 फीसदी विकास दर रहा था.

आईएमएफ ने भी मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. जबकि विश्व बैंक ने 6.9 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया है. एडीबी ने 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.

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