एक तरफ महाराष्ट्र चुनाव में जहां महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए (शरद पवार-उद्धव ठाकरे-कांग्रेस) में सीटों को लेकर मारामारी जारी है वहीं उद्धव ठाकरे (यूबीटी) के एक नेता के कारण पार्टी के लिए अजीब स्थिति पैदा हो गई. दरअसल शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार किशनचंद तनवानी ने 2014 के चुनाव जैसी संभावित प्रतिकूल स्थिति का हवाला देते हुए औरंगाबाद मध्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया.
उल्लेखनीय है कि 2014 में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के इम्तियाज जलील ने छत्रपति संभाजीनगर शहर के औरंगाबाद मध्य क्षेत्र से शिवसेना (अविभाजित) के उम्मीदवार प्रदीप जायसवाल को परास्त किया था और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले तनवानी तीसरे स्थान पर रहे थे.
