BNO News Live की रिपोर्ट के मुताबिक, तिब्बत के शिगात्से शहर में मंगलवार (7 जनवरी, 2025) को आए भयंकर भूंकप से अब तक करीब 53 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पूरे क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है. तिब्बत में सुबह-सुबह आए 3 शक्तिशाली भूकंप के झटकों ने चीन के साथ-साथ नेपाल, भारत, बांग्लादेश समेत कई अन्य देशों को भी हिलाकर रख दिया है.
7.1 की तीव्रता से आया भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, मंगलवार (7 जनवरी) को सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर भूकंप का पहला झटका महसूस किया गया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई. वहीं, इस भूकंप का केंद्र तिब्बत के शिजांग में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था.
तिब्बत के साथ नेपाल, चीन और बांग्लादेश समेत कई देशों के साथ भारत के दिल्ली-NCR, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए हैं. सुबह 6:35 बजे आए पहले झटके के बाद 7 बजकर 2 पर 4.7 तीव्रता के साथ दूसरा झटका आया. फिर 7 बजकर 7 मिनट पर 4.9 तीव्रता के साथ भूकंप का तीसरा झटका महसूस किया गया.
नेपाल में भूकंप से मची अफरातफरी
नेपाल सरकार के भू-वैज्ञानिक विभाग ने जानकारी दी कि सुबह 6:35 बजे नेपाल में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. नेपाल-चीन सीमा पर स्थित तिब्बत के डिंगे कांत में इसका केंद्र था, जहां 7.0 तीव्रता से भूंकप आया. इस भूकंप का प्रभाव नेपाल के पूर्वी से मध्य क्षेत्र तक भी देखा गया.
वहीं, राजधानी काठमांडू में भूकंप से झटके के बाद लोग डर के कारण अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. सुबह-सुबह आए भूकंप ने लोगों को चिंता में डाल दिया, क्योंकि एक लंबे समय के बाद काठमांडू में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. हालांकि भूकंप से अभी तक कितनी क्षति हुई है, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है.
