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Gujarat Flood: गुजरात में बारिश का कहर! बने बाढ़ जैसे हालात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

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गुजरात के तटीय जिलों में बुधवार (20 अगस्त) को हुई मूसलाधार बारिश के बाद हालात और बिगड़ गए हैं. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. जूनागढ़ जिले के मेंदार्दा तालुका में 12 घंटे में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि केशोद तालुका में 280 मिमी बारिश हुई. तेज बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और प्रशासन को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव अभियान चलाना पड़ा.

क्या है मौसम विभाग का अनुमान?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिनों में और बारिश होने का अनुमान जताया है. राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों, विशेषकर जूनागढ़, पोरबंदर, नवसारी और वलसाड में स्थिति गंभीर बनी हुई है.

जूनागढ़ कलेक्टर अनिल राणावसिया ने बताया कि जिले के 3 तालुका सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और बांध के उफान को देखते हुए 52 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है. वहीं, लगातार पानी बढ़ने से नदियां उफान पर हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के निचले इलाकों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

NDRF और SDRF की टीमें तैनात
प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया है.

अधिकारियों ने बताया कि पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में बाढ़ के कारण एक स्कूल के 46 बच्चे और चार शिक्षक फंस गए, जिन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया. इस बीच जूनागढ़ जिले के मनावदर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई.

बाढ़ की चपेट में देवभूमि द्वारका
इधर, देवभूमि द्वारका जिले का रावल गांव भी भारी बारिश के कारण बाढ़ की चपेट में आ गया है. यहां से कल्याणपुर गांव का संपर्क मार्ग पूरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए राहत शिविर स्थापित किए हैं और बाढ़ से घिरे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य जारी है.

मौसम विभाग के मुताबिक बारिश का सिलसिला अगले दो दिनों तक और जारी रह सकता है, इसलिए प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से निचले इलाकों में न जाने की अपील की है.

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Author: admin

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