Search
Close this search box.

अब बेनकाब होगा पाकिस्तान, ऑपरेशन सिंदूर पर मोदी सरकार ने बनाया डेलीगेशन; शशि थरूर को मिली बड़ी जिम्मेदारी

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की ओर से सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के आखिर में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं. ये सात डेलीगेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत के जीरो टॉलरेंस नीति को दुनिया के सामने रखेंगे. इनमें अलग-अलग दलों के संसद सदस्य शामिल हैं.

सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस से शशि थरूर, बीजेपी से रविशंकर प्रसाद, जेडीयू से संजय कुमार झा, बीजेपी से बैजयंत पांडा, डीएमके से कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी से सुप्रिया सुले और शिवसेना श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नाम शामिल हैं. भारत का डेलिगेशन पाकिस्तान के झूठ के पुलिंदों की पोल खोलेगा और बताएगा कि पाकिस्तान ने आतंकियों को पनाह दी है, भारत के पास इसके पुख्ता सबूत हैं.

ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को खत्म करने के लिए लॉन्च किया गया था. इस दौरान पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए.

पाकिस्तान लगातार ये कह रहा है कि उसने देश से आतंकवाद को बहुत साल पहले ही खत्म कर दिया है. अब भारत इस झूठ को दुनिया के सामने बेनकाब करेगा और पाकिस्तान में आतंकवादी ग्रुप्स के होने का सबूत भी देगा. भारत का ये प्रतिनिधिमंडल दुनिया को बताएगा कि कैसे पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और उन्हें भारत के खिलाफ यूज किया जा रहा है.

पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए लॉन्च हुआ ऑपरेशन सिंदूर 

बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया. इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 7 मई की रात भारत ने जवाबी हमले में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत ने बेकसूर लोगों, मस्जिदों और बच्चों को अपना निशाना बनाया, जो पूरी तरह झूठ था. भारतीय सेना ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकवाद को खत्म करने का था और आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया.

admin
Author: admin

और पढ़ें