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SC: मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर नहीं हो पाई सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ने खुद को मामले से किया अलग

दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया लंबे समय से जेल में बंद हैं. उनकी समस्या खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. आज सर्वोच्च अदालत में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हो पाई. दरअसल, सिसोदिया की याचिका पर सुनवाई कर रहे जज ने खुद को अलग कर लिया है. बता दें, सिसोदिया के खिलाफ शराब नीति मामले से जुड़ा भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है और इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है. वे 16 माह से जेल में बंद है. जमानत के लिए सिसोदिया कई बार अदालतों में अर्जी लगा चुके हैं.

यह है पूरा मामला
सिसोदिया ने अपनी जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय बेंच बनाई गई थी, जिसमें जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस संजय कुमार शामिल थे. अब इस बेंच से जस्टिस संजय कुमार ने खुद को अलग कर लिया है.

अब 15 जुलाई को होगी सुनवाई
शीर्ष अदालत की पीठ ने आज कहा कि सिसोदिया की जमानत याचिका पर दूसरी पीठ सुनवाई करेगी. जस्टिस संजय कुमार इसका हिस्सा नहीं होंगे. गुरुवार को जस्टिस खन्ना ने कहा कि हमारे भाई कुछ परेशान हैं. निजी कारणों के चलते वे इस मामले को नहीं सुनना चाह रहे हैं. आम आदमी पार्टी की ओर से पेश वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बेंच से अपील की कि वे जल्द इस मामले की सुनवाई करें. अदालत का कहना है कि एक दूसरी पीठ 15 जुलाई को सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी.

शराब नीति केस में आप के कई नेता गिरफ्तार
बता दें कि मनीष सिसोदिया कथित शराब घोटले के मामले में बीते करीब डेढ़ साल से जेल में हैं. इस मामले को ईडी की ओर से पूछताछ हो रही है. मामले को लेकर कई बड़े नेता भी जेल में हैं. इसमें खुद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी है. पहले संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. दिल्ली सरकार में पूर्व वित्त मंत्री सत्येंद्र जैन भी जेल में बंद हैं. सीएम केजरीवाल को मार्च माह में ईडी ने गिरफ्तार किया था. इस गिरफ्तारी के बाद से विपक्ष सरकार और एजेंसी पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है.

 

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