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Lok Sabha Elections: हिंदी हार्टलैंड में वोटर्स का कितना दिल जीत पाएंगे मोदी-शाह, जानें सर्वे दे रहा कितनी सीटें

लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही महीने बचे हैं. विपक्षी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) ने सत्तासीन नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) का विजय रथ रोकने की पूरी तैयारी की है. एनडीए के सत्तासीन होने में हिंदी हार्टलैंड राज्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है. सर्वे में देखते हैं कि मोदी-शाह की जोड़ी हिंदी भाषी राज्यों में वोटरों का कितना दिल जीतने में सफल हो रही है.

Times Now-EGT Survey के परिणाम जो आंकड़े दर्शा रहे हैं उनके अनुसार पिछले चुनाव 2019 की तुलना में एनडीए हिंदी भाषी राज्यों में नुकसान हो रहा है. सर्वाधिक नुकसान एनडीए को बिहार में हो रहा है. पिछले चुनाव में एनडीए को 40 में से 39 सीटें मिलीं थीं. बीजेपी को 17 और नीतीश कुमार की जेडयू को 16 सीटें मिलीं थीं. उस समय नीतीश के साथ रामविलास पासवान (6 सीट) भी बीजेपी के साथ एनडीए में थे.

इस बार नीतीश कुमार इंडिया एलायंस के पाले में चले गए हैं. पासवान की पार्टी लोकजन शक्ति (लोजपा) के भी दो फाड़ हो चुके हैं. एक के नेता रामविलास के बेटे चिराग पासवान हैं जबकि दूसरे गुट के नेता उनके चाचा पारसनाथ हैं. एनडीए को इस बार 22 से 24 सीटें मिलने का अनुमान यहां जताया जा रहा है.

अन्य राज्यों का हाल

इसी तरह एमपी में 24-26, राजस्थान में 20-22 तथा दिल्ली में 5-6 सीटें मिलने की संभावना है. एमपी में पिछले चुनाव में बीजेपी को 29 में से 28 सीटों और राजस्थान में 25 में से 24 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. राजस्थान में एनडीए गठबंधन ने पूरी 25 सीटें हासिल की थीं. एक सीट गठबंधन के साथी हनुमान बेनीवाल के खाते में गई थी. इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद बीजेपी ने सातों लोकसभा सीटें जीत ली थीं.

इस राज्य में बढ़ रही हैं एनडीए की सीटें

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मोदी-अमित शाह के अलावा सीएम योगी का भी असर दिखाई दे रहा है. यूपी विधानसभा चुनाव में योगी की सरकार पिछली बार रिपीट हुई है. बहरहाल उत्तर प्रदेश में एनडीए को इस बार 9 से 10 सीटों का फायदा मिलते दिख रहा है. सर्वे के नतीजे बता रहे हैं कि इस बार उत्तर प्रदेश में एनडीए को 69-73 सीटें मिलने की संभावना है. पिछले चुनाव में एनडीए को 80 में से 64 सीटें मिलीं थीं. जिसमें से अकेले बीजेपी के हिस्से में 62 सीटें आईं थीं.

विपक्षी इंडिया एलायंस को 2-3 सीटों का हो रहा है लाभ

विपक्षी इंडिया एलायंस को यूपी को छोड़कर अन्य हिंदी भाषी राज्यों में 2-3 सीटों का फायदा मिलता नजर आ रहा है. कुल हिंदी भाषी राज्यों की बात की जाए तो एनडीए को पिछले चुनाव 2019 की अपेक्षा करीब 24 सीटों का नुकसान होते दिख रहा है. इऩ हिंदी भाषी राज्यों में यूपी, बिहार, एमपी, दिल्ली, राजस्थान के अलावा छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल और उत्तराखंड भी शामिल हैं. यहां की कुल 215 लोकसभा सीटों में से एनडीए को 194 सीटें पिछली बार मिलीं थी. वहीं इस बार सर्वे में करीब 170 सीटें मिलने का अनुमान बताया जा रहा है.

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