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गुजरात में सूखे की नौबत, पिछले 30 साल में अब तक सबसे कम बारिश; 112 तहसीलों में 10 इंच से भी कम बरसात हुई

बारिश का सीजन खत्म होने में अब एक महीने का समय ही बाकी है। अगर इस सप्ताह भी बारिश नहीं होती है तो गुजरात सरकार को आधिकारिक तौर पर सूखा घोषित करने की नौबत आ सकती है। गुजरात में सबसे ज्यादा खराब हालात किसानों की है। पहले ही किसानों की फसल सूख रही थी। इस साल 23 अगस्त तक 80.06 लाख हेक्टर में किसानों के जरिए फसल बोई गई है, लेकिन पानी की कमी से सिंचाई का संकट है।

वहीं, राज्य की 112 तहसीलों में 10 इंच से भी कम बारिश हुई है। सरकार के मुख्यमंत्री किसान सहाय योजना के 11 जून-2021 के प्रस्ताव के अनुसार जिन तहसीलों में 10 इंच से कम बारिश होगी अथवा 31 अगस्त तक 28 दिन लगातार बारिश नहीं होगी तो उन तहसीलों को सूखाग्रस्त माना जाएगा।

गुजरात सरकार के स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के राहत कमिशनर और वेदर वॉच ग्रुप के अध्यक्ष के बीच हुई मीटिंग के दौरान कहा गया कि गुजरात में अब तक यानी 24 अगस्त तक 350.33 मिली मीटर बारिश हुई है, जो पिछले 30 सालों के मुकाबले बहुत कम है, पिछले 30 सालों में गुजरात में औसतन 840 मिमी बारिश दर्ज की गई हैं।

इस साल सब से ज्यादा खराब हालत उत्तर गुजरात और कच्छ की है। उत्तर गुजरात के डेम में अभी सिर्फ 23.97 प्रतिशत पानी है, जब की कच्छ के बांध में 21 प्रतिशत पानी है। गुजरात के 207 बांध में से अब तक अगर भरे हुए बांढ की बात करें तो दक्षिण गुजरात के 13 में से सिर्फ एक जब की सौराष्ट्र के 141 में से सिर्फ दो डेम भरे हुए हैं। जब की गुजरात की लाइफलाइन कही जाने वाली नर्मदा नदी और उस पर बने सरदार सरोवर बांध में 45.51 प्रतिशत ही पानी है। सौराष्ट्र के 141 बांध में सिर्फ 40 प्रतिशत पानी बचा हैं।

उत्तर गुजरात में अभी तक सीजन की बारिश के 5 राउंड में से केवल 2 राउंड में ही अच्छी बारिश हुई है, जबकि 3 राउंड बेकार गई। इसके साथ ही सूखे की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं। बनासकांठा की सुइगाम तहसील में 40 दिनों से बारिश नहीं होने से सूखे की चपेट में है। दूसरी ओर 31 अगस्त तक अगर बारिश नहीं हुई तो 17 और तहसीलें सूखे की चपेट में आ जाएंगी। बता दें, महेसाणा जिले की 4, पाटण की 6 और बनासकांठा की 8 तहसीलों पर सूखे का खतरा मंडरा रहा है।

इन तहसीलों में सूखा
महेसाणा: बहुचराजी, जोटाणा, महेसाणा, विसनगर
पाटण: सांतलपुर, चाणस्मा, हारिज, पाटण, राधनपुर, सरस्वती
बनासकांठा: दांतीवाड़ा, दियोदर, लाखाणी, थराद, वाव, वडगाम, अमीरगढ़

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