श्रद्धा आस्था का महापर्व छठ देशभर में बड़े ही श्रद्धाभाव और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. अब तक घर-घर छठी मईया के गीत सुनाई दे रहे थे. लेकिन आज यानी छठ पर्व के तीसरे दिन से अब नदी-घाट में भी छठ पर्व के गीत सुनाई देंगे.
आज सोमवार 27 अक्टूबर 2025 को छठ पर्व का तीसरा दिन है. इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है, जिसे संध्या अर्घ्य या अस्ताचलगामी अर्घ्य कहा जाता है. परंपरा के अनुसार, खरना के बाद 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत हो जाती है और फिर तीसरे और चौथे दिन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का समापन होता है.
संध्या अर्घ्य का महत्व
उगते हुए सूर्य को तो हम सभी नियमित रूप से अर्घ्य देते हैं. लेकिन छठ ऐसा अवसर होता है, जब डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. छठ के अलावा ऐसी कोई विशेष तिथि या पर्व नही है, जब डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा होती है. छठ में डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर हम छठी मईया और सूर्य देव को धन्यवाद देते हैं. मान्यता है कि अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव में संतुलन व धैर्य रहता है.
छठ पर्व पर आज देशभर में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. आप चाहे रांची में रहते हैं, पटना में, दिल्ली में या पश्चिम बंगाल में जान लीजिए आज आपके शहर में सूर्यास्त का समय क्या रहने वाला है.
| विभिन्न शहरों में सूर्यास्त का समय (Sandhya Surya Arghya Ka Samay in Your Citie) |
| दिल्ली (Delhi) | शाम 5 बजकर 40 मिनट |
| रांची (Ranchi) | शाम 5 बजकर 13 मिनट |
| कोलकाता (Kolkata) | शाम 5 बजकर 04 मिनट |
| पटना (Patna) | शाम 5 बजकर 12 मिनट |
| लखनऊ (Lucknow) | शाम 5 बजकर 27 मिनट |
| नोएडा (Noida) | शाम 5 बजकर 40 मिनट |
| गया जी (Gaja Ji) | शाम 5 बजकर 13 मिनट |
| आगरा (Agra) | शाम 5 बजकर 38 मिनट |
| बेंगलूरू (Bengaluru) | शाम 5 बजकर 55 मिनट |
| चेन्नई (Chennai) | शाम 5 बजकर 44 मिनट |
| गोरखपुर (Gorakhpur) | शाम 5 बजकर 18 मिनट |
| मुबंई (Mumbai) | शाम 6 बजकर 08 मिनट |
| जमशेदपुर (Jamshedpr) | शाम 5 बजकर 11 मिनट |
| भोपाल (Bhopal) | शाम 5 बजकर 45 मिनट |
| इंदौर (Indore) | शाम 5 बजकर 42 मिनट |









