अमेरिका ने अपने विदेश नीति एक्सपर्ट और देश से जुड़ी गोपनीय सूचनाओं तक पहुंच रखने वाले सीनियर एडवाइजर एशले टेलिस को गिरफ्तार कर लिया है. टेलिस पर चीन के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है. अहम बात यह है कि टेलिस का जन्म भारत में हुआ था. टेलिस को भारत और दक्षिण एशिया मामलों के लिए वॉशिंगटन के टॉप एक्सपर्ट्स में गिना जाता है. टेलिस पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा से जुड़े दस्तावेजों के साथ चीनी अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी.
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, एशले टेलिस ने साल 2022 से लेकर अब तक कई बार चीनी अधिकारियों के साथ अवैध तरीके से मीटिंग की. उन्होंने इस दौरान कुछ संवेदनशील दस्तावेज भी साथ रखे. अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई इस मामले की जांच कर रही है. उसके साथ न्याय विभाग का राष्ट्रीय प्रभाग भी जांच में जुटा है. टेलिस 2001 से ही विदेश विभाग में सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं. लिहाजा उनकी पहुंच लगभग हर जगह मानी जा रही है.
कौन हैं एशले टेलिस
एशले टेलिस का जन्म भारत में हुआ था, लेकिन वे अमेरिकी नागरिक ही है. वे 2001 से एडवाइजर के रूप में काम कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, 64 साल के टेलिस ने 2008 में भारत-अमेरिका के बीच हुए सिविल न्यूक्लियर एग्रीडमेंट के दौरान अहम भूमिका निभाई थी. इस समझौते को दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मील के पत्थर की तरह माना गया था.
एशले के घर से मिला एक हजार पन्ने का दस्तावेज
वर्जीनिया की एक अदालत में एशले टेलिस के खिलाफ दायर हलफनामे में कई आरोप लगाए गए हैं. दस्तावेज में कहा गया है कि उन्होंने सितंबर 2022 से सितंबर 2025 के बीच वर्जीनिया के फेयरफैक्स शहर में स्थित रेस्टोरेंट्स में चीन के सरकारी अधिकारियों से कई बार मुलाकात की. उनके वर्जीनिया स्थित आवास से एक हजार पन्ने का सीक्रेट दस्तावेज भी मिला है.
