नेपाल में Gen-Z के विरोध प्रदर्शनों के दौरान पोखरा से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक भारतीय महिला मोदी सरकार से मदद की गुहार लगाती दिख रही है. महिला ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों ने उस होटल में आग लगा दी, जहां वह ठहरी हुई थी. उस समय वह एक स्पा में थी और बाद में लाठी-डंडे लिए भीड़ उनके पीछे दौड़ पड़ी, जिससे उन्हें जान बचाने के लिए भागना पड़ा.
वीडियो में महिला कहती है कि मेरा नाम उपासना गिल है और मैं यह वीडियो प्रफुल्ल गर्ग को भेज रही हूं. मैं भारतीय दूतावास से अपील करती हूं कि कृपया हमारी मदद करें. जो भी हमारी मदद कर सकते हैं, कृपया मदद करें.
‘लोग बड़ी-बड़ी लाठियां लेकर मेरे पीछे दौड़ रहे थे’
उन्होंने आगे कहा कि कि मैं यहां नेपाल के पोखरा में फंसी हुई हूं. मैं यहां एक वॉलीबॉल लीग की मेज़बानी करने आई थी और जिस होटल में ठहरी थी, वह जलकर खाक हो गया है. मेरा सारा सामान मेरे कमरे में था और पूरे होटल में आग लग गई. मैं स्पा में थी और लोग बड़ी-बड़ी लाठियां लेकर मेरे पीछे दौड़ रहे थे, और मैं बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर भाग पाई.
‘मेरे साथ यहां बहुत से लोग फंसे हुए हैं’
उपासना गिल के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पर्यटकों को भी नहीं बख्शा. उन्होंने बताया कि यहां हालात बहुत बुरे हैं. हर जगह सड़कों पर आग लगाई जा रही है. उन्हें इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि कोई पर्यटक है या कोई यहां काम से आया है. वे बिना सोचे-समझे हर जगह आग लगा रहे हैं और यहां हालात बहुत-बहुत ख़राब हो गए हैं. हमें नहीं पता कि हम कब तक किसी और होटल में रहेंगे, लेकिन मैं बस यही विनती करती हूं कि कृपया यह वीडियो, यह संदेश भारतीय दूतावास तक पहुंचा दिया जाए. मैं आप सभी से हाथ जोड़कर विनती करती हूं, कृपया हमारी मदद करें. मेरे साथ यहां बहुत से लोग हैं और हम सब यहां फंसे हुए हैं.
विदेश मंत्रालय ने जारी किए नंबर
विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुुताबिक भारतीय नागरिकों को नेपाल के अधिकारियों और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी स्थानीय सुरक्षा सलाह का पालन करने की सलाह दी गई है. किसी भी सहायता की आवश्यकता होने पर काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करें: 977 – 980 860 2881 (व्हाट्सएप कॉल भी) 977 – 981 032 6134 (व्हाट्सएप कॉल भी).”
