पंजाब में लुधियाना जिला प्रशासन ने सतलुज नदी के तेज बहाव के कारण जिले के पूर्वी हिस्से में एक तटबंध पर भारी दबाव पड़ने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि अगर ‘बंध’ (तटबंध) और कमजोर होता है और टूटता है तो ससराली, बूंट, रावत, हवास, सीरा, बूथगढ़, मंगली टांडा, ढेरी, ख्वाजके, खासी खुर्द, मंगली कादर, मत्तेवाड़ा, मंगत और मेहरबान सहित कई गांवों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है
पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 43 हो गई, वहीं 1.71 लाख हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं.
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के करनाल में 9 मिमी, नारनौल में 28.5 मिमी, रोहतक में 17.4 मिमी और नूंह में 2 मिमी बारिश हुई. हरियाणा के कुछ हिस्सों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति भी बनी हुई है.
बाढ़ प्रभावित पंजाब में लोगों को लगातार हो रही भारी बारिश से कुछ राहत मिली है. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि में पंजाब के लुधियाना में 9.8 मिमी, पटियाला में 1.8 मिमी, गुरदासपुर में 1.7 मिमी, फरीदकोट में 3.5 मिमी और रूपनगर में 0.5 मिमी बारिश हुई. वहीं चंडीगढ़ में इस दौरान 0.9 मिमी बारिश हुई.
