बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार (22 जुलाई, 2025) को कार्यवाही शुरू होते ही महागठबंधन के विधायकों का भारी हंगामा देखने को मिला. विपक्ष के विधायक वेल में बैनर-पोस्टर लेकर पहुंच गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारा लगाने लगे. उनकी मांग थी कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को वापस लिया जाए. विपक्ष के हंगामे को देखकर सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
‘काला-काला काहे पहनकर आ गए हैं जी…’
विपक्ष के विधायक नीतीश चुप्पी तोड़ो और मुर्दाबाद जैसे नारा लगाते नजर आए. हालांकि इस दौरान नीतीश कुमार मुस्कुराते रहे. आरजेडी के कई विधायक काला कुर्ता पहनकर सदन पहुंचे थे. यह देखकर विधानसभा के स्पीकर नंद किशोर यादव ने कहा, “काला-काला काहे पहनकर आ गए हैं जी? बैठ जाइए… बैठ जाइए. काला कपड़ा में अच्छा नहीं लग रहे हैं आप लोग. जनता देख रही है कि आप लोग क्या व्यवहार कर रहे हैं.”
विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दल के सदस्य अपनी सीट पर खड़े हो गए. हंगामा करने लगे. विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने प्ले कार्ड छीनने के लिए कहा.
वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भी विपक्ष ने विधानसभा परिसर में जोरदार हंगामा किया. पहले विपक्ष के नेताओं ने मेन गेट जाम कर सत्ता पक्ष के विधायकों को अंदर जाने से रोक दिया. इसके बाद हथौड़े से मारकर दूसरे गेट को खोला गया. एसआईआर को वापस लेने के साथ-साथ विपक्ष के नेता बिहार के लॉ एंड ऑर्डर को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं.
पांच दिनों का मॉनसून सूत्र काफी अहम
बता दें कि बिहार विधानसभा का यह मॉनसून सत्र शुक्रवार तक चलेगा. यह सत्र पांच दिनों का है लेकिन काफी अहम है. नीतीश सरकार इस मॉनसून सत्र में करीब 12 विधेयक ला सकती है. इनमें चार मूल जबकि आठ संशोधन विधेयक हैं.








