वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी एनडीए में वापस नहीं जा रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल (Dilip Jaiswal) के बयान के बाद उठे सियासी तूफान के बाद उन्होंने इसको लेकर सफाई दी है. बुधवार (16 अप्रैल) को मीडिया से मुकेश सहनी ने कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा. महागठबंधन में कम्फर्टेबल हूं. 2-4 सीट कम भी मिले तो भी यहीं रहूंगा.
’60 सीटों पर लड़ना चाहते हैं… पार्टी के लिए टारगेट सेट’
मुकेश सहनी ने कहा कि हमारी पार्टी से डिप्टी सीएम हो, सीएम तेजस्वी यादव हों. हम अति पिछड़ा समाज से आते हैं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमें मौका मिलना चाहिए. 60 सीटों पर लड़ना चाहते हैं, ये हमने अपनी पार्टी के लिए टारगेट सेट किया है.
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि बीजेपी क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती है. उनका एजेंडा ही यही है. अमित शाह ने कहा था. सहनी ने पुरानी बातों को दोहराया. कहा कि हमारे विधायकों को खरीद लिया गया था. देश में 2014 से जब से बीजेपी आई है वो सब धर्मों और जातियों को साथ लेकर नहीं चलना चाहती.
दिलीप जायसवाल के बयान के बाद शुरू हो गई थी चर्चा
बता दें कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने यह बयान दिया था कि महागठबंधन में शामिल एक दल उनके साथ गठबंधन के लिए प्रयास कर रहा है. रात में लुका-छुपी खेल रहा है. हालांकि उन्होंने मुकेश सहनी का नाम नहीं लिया था लेकिन जिस तरह से जायसवाल ने यह कहा था कि महागठबंधन में वो दल मजबूत पार्टनर है तो यह समझा जाने लगा कि वे मुकेश सहनी की बात कर रहे हैं. उनके बयान से ही चर्चा शुरू हो गई कि मुकेश सहनी एनडीए में जा सकते हैं. बता दें कि सहनी पहले भी एनडीए के साथ रह चुके हैं. हालांकि वक्त बताएगा कि सहनी या दिलीप जायसवाल के बयान में कितना दम है.
