नागपुर हिंसा (Nagpur violence) पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadnavis) ने कहा है कि नागपुर में हुए दंगों के दौरान जो कुछ भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई दंगाइयों से ही की जाएगी. अगर वे पैसे नहीं देते हैं, तब उस सूरत में उनकी संपत्ति बेचकर वसूली की जाएगी. इसके साथ ही फडणवीस ने हिंसा फैलाने वालों और दंगाई प्रवत्ति के लोगों को चेतावनी देते हुए अपनी हदों में रहने को कहा है. सीएम ने ये भी कहा, ‘जहां जरूरत होगी, वहां बुलडोजर भी चलाया जाएगा.’
योगी के यूपी मॉडल पर बढ़ा महाराष्ट्र
अब सीएम के इस बड़े ऐलान के बाद कहा जा रहा है कि यूपी में जिस तरह योगी ने दंगाइयों को काबू में रखने और यूपी को हिंसा और दंगा मुक्त बनाने का रास्ता दिखाया है, अब महाराष्ट्र की सरकार भी उस मॉडल को अपना सकती है.
हांलाकि ये सब कब और कैसे होगा, ये अभी साफ नहीं हुआ है.
नागपुर में क्या हुआ था?
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP)) के प्रदर्शन के बाद 17 मार्च को नागपुर में हिंसा हुई थी. उस हिंसा के निशान अब भी जिंदा हैं और मिटे नहीं है. चारों ओर सुलगे और कबाड़ में तब्दील हुई गाड़ियां और अन्य सामान बिखरा पड़ा है. सरकारी रोजनामचे में दर्ज जानकारी के मुताबिक नागपुर हिंसा में 61 वाहनों में तोड़फोड़ हुई. इस हिंसा में 36 कारों, 22 मोटरसाइकिल, एक क्रेन और एक मकान में भारी नुकसान होने की जानकारी सामने आई है. उस घटना के बाद शनिवार को देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों की संपत्ति बेचकर वसूली जाएगी। जरूरत पड़ी तो बुलडोजर भी चलाया जाएगा.’
