नए वित्त वर्ष 2025-26 में मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरना महंगा हो जाएगा. मुंहई एयरपोर्ट को ऑपरेट करने वाली प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) ने हवाई यात्रियों के यूजर डेवलपमेंट फीस (User Development Fee) को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. एमआईएएल ने इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए यूडीएफ चार्ज को बढ़ाकर 65- रुपये और घरेलू हवाई यात्रियों के लिए इस फीस को बढ़ाकर 325 रुपये करने का प्रस्ताव दिया है. फिलहाल घरेलू यात्रियों को कोई यूडीएफ नहीं देना होता है.
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में 74 फीसदी हिस्सेदारी अडानी समूह के पास है जो देश के दूसरे सबसे अमीर अरबपति गौतम अडानी की कंपनी है. 26 फीसदी हिस्सेदारी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास है. मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने यूजर डेवलपमेंट फीसमें बढ़ोतरी का प्रस्ताव हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) के पास मंजूरी के लिए भेजा है. इस प्रस्ताव में एमआईएएल ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए यूडीएफ में 463 रुपये की भारी वृद्धि का प्रस्ताव दिया है. अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से वर्तमान में 187 रुपये यूडीएफ. लिया जाता है, जिसे बढ़ाकर 650 रुपये करने का प्रस्ताव है. जबकि घरेलू यात्रियों से 325 रुपये का शुल्क वसूला जाएगा. घरेलू यात्रियों को अभी ऐसा कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है.
एक सूत्र ने‘पीटीआई से कहा, ‘‘ प्रस्तावित शुल्क कार्ड, जिसे हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है, नियामक द्वारा एमआईएएल के लिए स्वीकृत किए गए शुल्क के अनुरूप है. एईआरए की वेबसाइट के अनुसार, इसके साथ ही विमानन कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए एमआईएएल ने चौथी नियंत्रण अवधि (वित्त वर्ष 2024-2029) के लिए अपनी सुविधा पर लैंडिंग व पार्किंग शुल्क में 35 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव दिया है. मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है.
इससे पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ऑपरेट करने वाली जीएमआर समूह की अगुवाई वाली दिल्ली एयरपोर्ट के ऑपरेटर डायल ने इकोनॉमी और बिजनेस क्लास के यात्रियों और व्यस्त एवं गैर-व्यस्त समय के लिए अलग-अलग उपयोगकर्ता शुल्क (User Fees) लगाने का प्रस्ताव रखा है. DIAL ने एक अप्रैल 2024 से मार्च 2029 तक की अवधि के लिए प्रस्तावित चौथे टैरिफ कंट्रोल पीरियड के लिए पेश किए अपने प्रस्ताव में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के इकनॉमी और बिजनेस श्रेणी के यात्रियों के लिए अलग-अलग उपयोगकर्ता यूजर डेवलपमेंट फीस लगाया जाना चाहिए.
