झारखंड पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. रांची पुलिस की टीम अमन साहू को पूछताछ के लिए रायपुर से लेकर आ रही थी तभी पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस दौरान अमन साहू ने पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश की और फिर पलामू के चैनपुर में उसकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई, जिसमें अमन साहू मारा गया. अमन साहू खुद को लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताता था. इतना ही नहीं उसके कनाडा से लेकर मलेशिया तक कनेक्शन भी थे.
अमन साहू ने साल 2013 में अपना गैंग बनाया था. करीब ढाई साल पहले कोरबा में अमन साहू गैंग के लोगों ने बरबरीक ग्रुप के पार्टनर के घर के बाहर फायरिंग की थी. हाल ही में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को अमन साहू गैंग से ही धमकी मिली थी, जब उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई के सफाया करने का दावा किया था. आरोप है कि अमन साहू ने कुछ शूटर रायपुर भी भेजे थे. उसकी हिट लिस्ट में शहर के कई बिजनेसमैन के होने का दावा भी किया जाता था. इसके बाद रायपुर पुलिस ने इस गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
कनाडा और मलेशिया से क्या कनेक्शन?
बताया जाता है कि गैंगस्टर अमन साहू का फेसबुक अकाउंट अमन सिंह नाम का शख्स कनाडा से ऑपरेट करता है, जबकि दूसरा अकाउंट मलेशिया से सुनील राणा नाम का शख्स देखता है. राजस्थान का रहने वाला सुनील मीणा लॉरेंस का दोस्त है. फिलहाल सुनील मीणा अजरबैजान पुलिस की गिरफ्त में है. उसके प्रत्यार्पण को लेकर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. ये भी कहा जाता है कि अमन साहू लॉरेंस बिश्नोई को गुर्गे सप्लाई करता था, जिसके बदले में उसे लॉरेंस की ओर से हाईटेक हथियार मिलते थे, जिनके दम पर वो झारखंड-बिहार-छत्तीसगढ़ में उगाही और रंगदारी करता था.
रंगदारी, फिरौती और हत्या के कई केस दर्ज
अमन साहू के खिलाफ रंगदारी, फिरौती, फायरिंग से लेकर हत्याओं के कई केस दर्ज थे. मई, 2023 में अमन साहू गैंग ने ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शरत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. शिवपुर रेल लाइन का निर्माण कार्य कर रही साईं कृपा कंपनी के साइट पर अमन साहू गैंग ने फायरिंग की थी. मार्च 2024 में रांची में एक जमीन कारोबारी से अमन साहू के नाम पर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. हाल ही में रांची में एक कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा को गोली मारकर घायल कर दिया था.
