भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV Outbreak) के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके साथ ही लोग चिंता में हैं और उनके मन में इसे लेकर कई सवाल पैदा हो रहे हैं. इस वायरस के सामने आने के बाद लोगों का मानना है कि यह वायरस कोविड-19 जैसी महामारी फैला सकता है. यह सवाल इसलिए है क्योंकि इस वायरस की तरह कोरोना वायरस की शुरुआत भी चीन से ही हुई थी.
हालांकि, एचएमपीवी वायरस को लेकर अभी तक फिलहाल ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है और न ही इसे कोरोना जितना खतरनाक माना जा रहा है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बारे में जानकारी साझा की. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस वायरस से घबराने की कोई बात नहीं है.
WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट ने क्या कहा?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, “लोगों को इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. यह एक पुराना वायरस है, जो रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन का कारण बनता है और इसके मामले अधिकतर हल्के होते हैं.” इसके अलावा उन्होंने लोगों को सर्दी के लक्षणों के लिए बरती जाने वाली सामान्य सावधानियों को बरतने की सलाह भी दी.
उन्होंने आगे कहा, “हर पैथोजन का पता लगाने के बजाए हम सभी को सर्दी होने पर सामान्य सावधानियां बरतनी चाहिए. इसके लिए मास्क जरूर लगाएं. भीड़ भाड़ में जाने से बचें, बार-बार हाथ धोएं और गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.”
वहीं, सीके बिड़ला हॉस्पिटल, गुरुग्राम के क्रिटिकल केयर एंड पल्मोनोलॉजी के हेड डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर के हवाले से दैनिक जागरण ने बताया कि इस वायरस के आने से महामारी जैसे हालात नहीं बनेंगे. डॉ. कुलदीप ने कहा, “यह कोरोना की तरह महामारी नहीं बन सकता है, क्योंकि ज्यादातर लोग फ्लू की वैक्सीन से वैक्सीनेटेड है. इससे उनकी इम्यूनिटी काफी मजबूत है, जो इस वायरस से उनका बचाव करेगी.”
