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सरकारी अधिकारी बनकर फोन कर रहे स्कैमर्स, साइबर फ्रॉड में बुजुर्ग से 25 लाख ठगे, सावधान रहें

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अहमदाबाद के रानीप इलाके मे एक 73 साल के बुजुर्ग व्यक्ति को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर 25 लाख रुपये से अधिक रकम ठकने का मामला सामने आया है. पीड़ित की पहचान मनु पटेल के तौर पर हुई है, जिन्होंने साइबर क्राइम ब्रांच में मामले की शिकायत दर्ज कराई है. स्कैमर्स ने मुंबई साइबर क्राइम और कस्टम अधिकारी बनकर इस ठगी को अंजाम दिया है. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब जालसाजों ने नकली अधिकारी बनकर लोगों को चूना लगाया है.

कूरियर में ड्रग पकड़े जाने की कही बात

अपनी शिकायत में पीड़ित ने कहा है कि 20 दिसंबर को एक अजनबी महिला ने उसके पास फोन किया. खुद को सरकारी अधिकारी बताने वाली इस महिला ने कहा कि पटेल ने चीन में जो पार्सल भेजा है, उसे मुंबई कस्टम ने जब्त कर लिया है. इसमें पासपोर्ट, एक एटीएम कार्ड और लैपटॉप के साथ अवैध ड्रग्स पकड़ी गई हैं. महिला ने आगे पटेल को डराते हुए कहा कि इस पार्सल के साथ उनका आधार कार्ड लिंक है और मुंबई साइबर क्राइम विभाग में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

फर्जी अधिकारियों से करवाई बात

महिला ने पटेल को डराने के लिए अन्य जालसाजों से बात करवाई, जो खुद को मुंबई साइबर क्राइम के वरिष्ठ अधिकारी बता रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि पटेल ड्रग्स तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं. इस कारण उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जा सकता है और 7 साल की सजा हो सकती है.

जालसाजों ने लगाई 25.62 लाख रुपये की चपत

स्कैमर्स ने पटेल को कहा कि फॉरेंसिक वेरिफिकेशन के लिए उनके खाते में जमा पैसों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) में भेजना पड़ेगा. उनकी इस बात का यकीन करते हुए पटेल ने अपने खाते से 25.62 लाख रुपये जालसाजों के अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिए. जब पटेल को अपने पैसे वापस नहीं मिले तो उन्हें इस फ्रॉड का पता चला. इसके बाद उन्होंने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई है.

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