‘कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’, सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी का हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान पर बुधवार (24 अप्रैल, 2024) को पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी. कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा. कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी.
पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कहा, ”आपके जीवित रहने तक कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे तो आप पर विरासत कर (Inheritance Tax) का बोझ लाद देगी. पूरी कांग्रेस को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को दे दी, अब वो नहीं चाहते कि भारतीय अपनी संपत्ति अपने बच्चों को दें.”
पीएम मोदी बोले- शहजादे के सलाहकार ने कहा था
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, ”शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए. अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं. अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत कर लगाएगी. माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी.” इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स पर बयान दिया है. इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
सैम पित्रोदा ने क्या कहा है?
सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है. सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है. उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. किसी व्यक्ति के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी पर सरकार का अधिकार होता है. पित्रोदा ने कहा कि भारत में ऐसा कानून को लेकर चर्चा करनी चाहिए. सैम पित्रोदा के इस बयान से कांग्रेस ने अपने आप को अलग कर लिया है.
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है. कांग्रेस का कहना है कि सैम पित्रोदा का हर विचार कांग्रेस का आधिकारिक विचार नहीं है.