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Jharkhand News: SNMMCH अस्पताल के 120 संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त, बीजेपी विधायक ने छंटनी को बताया साजिश

झारखंड के धनबाद कोयलांचल का एक मात्र बड़ा अस्पताल एसएनएमएमसीएच है. एसएनएमएमसीएच अस्पताल आये दिन किसी ना किसी विवाद को लेकर चर्चा में रहता है. इस बार 120 संविदाकर्मियों कि छटनी कर अस्पताल चर्चा में हैं. यह अस्पताल पहले से ही मेडिकल स्टाफ कि कमी से जूझ रहा है. वर्षों से यहां नियमित मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति नहीं हुई. दूसरी ओर संविदा पर रखे गए स्वास्थ्यकर्मियों को भी हटाने का फरमान जारी कर सरकार ने जनहितों की घोर उपेक्षा की है. सरकार के इस फैसले से स्वास्थ्यकर्मियों में काफी आक्रोश है.

एसएनएमएमसीएच अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों कि घोर कमी पहले से ही है. ऐसे में वर्ष 2015 में संविदा के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों कि बहाली की गई थी. आठ वर्षों से ये स्वास्थ्यकर्मी अपनी सेवा अस्पताल को देते आये हैं. अचानक अस्पताल प्रबंधन ने 120 स्वास्थ्यकर्मियों को बाहर करने संबंधी नोटिस जारी कर दिया. छटनी किए गए स्वास्थ्यकर्मियों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि आठ वर्षों तक इस अस्पताल में अपनी सेवा दी, कभी समय पर वेतन नहीं मिला. इसके बावजूद कोरोना काल में मरीजों के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया. आज उनकी छटनी कि जा रही है. उन्हें नोटिस थमाया जा रहा है. अब वे लोग अपनी पीड़ा लेकर जाएं तो जाएं कहां.

बीजेपी विधायक का आरोप- अस्पताल बंद करने कि साजिश

धनबाद से बीजेपी विधायक राज सिन्हा एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचे और अधीक्षक से मुलाकात कर पूरे मामले पर जानकारी ली. विधायक राज सिन्हा ने बताया कि इस अस्पताल में पहले से ही स्वास्थ्यकर्मियों का अभाव है. इस मसले को लेकर प्रबंधन से बात हुई थी कि अभी बड़े पैमाने पर स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली कि जरूरत है. आज अचानक स्वास्थ्यकर्मियों कि छटनी समझ से परे है. विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में इलाज से संबंधित नए उपकरण लगाए गए लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों की छटनी सरकार की मंशा को साफ जाहिर करती है. उन्होंने कहा स्वास्थ्यकर्मियों कि छंटनी अस्पताल को बंद करने की एक संजिश है. यह अस्पताल धनबाद सहित आसपास के कई जिलों के मरीजों को अपनी सेवा देता रहा है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के स्तर पर इस विषय में बात करने कि बात कही है. साथ ही छंटनी किए गए स्वास्थ्यकर्मियों की फिर से बहाल करने का मुद्दा उठाएंगे.

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