दिल्ली के मिनी बंगाल से रिपोर्ट:जहांगीरपुरी में बांग्लादेशी या रोहिंग्या मुसलमान? लोग बोले- मुस्लिम हों और बंगाली बोलते हों तो यही मान लिया जाता है
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव, फायरिंग की घटना के बाद दिल्ली BJP अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इन इलाकों में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के होने की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि ये गैर कानूनी काम में लिप्त हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर माहौल बनने लगा कि जहांगीरपुरी बांग्लादेशियों और रोहिंग्या के प्रवासियों का गढ़ है।
जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में घुसते ही लगता है कि नरक में आ गए हैं। कबाड़ का ढेर, कबाड़ मतलब हर तरह का कबाड़, पॉलिथिन, प्लास्टिक, कांच और गंदगी। हर तरफ कचरा और तीखी बदबू। गलियां इतनी संकरी कि दो लोग एक साथ ना निकल पाएं।
लोगों से बात करें तो बंगाली टोन साफ झलकता है, लगता है कि बंगाल ही आ गए। सी ब्लॉक मुस्लिम बहुल इलाका है, लेकिन यहां बीच-बीच में कई घर हिंदुओं के भी हैं। हिंदू भी बंगाल मूल के ही हैं। बस्ती के बाशिंदे बताते हैं कि उनकी जिंदगी में ये पहला मौका है जब हिंदू-मुस्लिम के नाम पर झगड़ा हुआ है।
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा के दौरान हुआ पथराव, आगजनी और हिंसा के बाद जहांगीरपुरी का माहौल गरमाया हुआ है। हिंदू-मुसलमानों के बीच खाई बढ़ गई है।
कॉलोनी में रहने वाले दर्जनों लोगों से बात करने पर पता चलता है कि वो पश्चिम बंगाल के हल्दिया, मेदिनीपुर, मालदा, उत्तरी चौबीस परगना, हावड़ा जैसे जिलों से यहां आकर बसे हैं। लोगों की ये बसावट हाल फिलहाल की भी नहीं है। यहां जिनका घर है वो करीब 50 साल पहले से यहां रह रहे हैं।