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प्रदेश में 2017 से पहले सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे। लेकिन अब 45 जिलों में मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं। सुल्तानपुर, सोनभद्र, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोंडा, कौशांबी, ललितपुर, लखीमपुर खीरी और अमेठी में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं।
इन कॉलेजों के निर्माण में लगी फर्म को जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इन्हें वर्ष 2023 तक शुरू करने की तैयारी है। इन 14 मेडिकल कॉलेजों के लिए मैन पावर की व्यवस्था भी की जा रही है। इन कॉलेजों के तैयार होने से प्रदेश में एमबीबीएस की करीब 1400 सीटें बढ़ जाएंगी। सरकार का प्रयास है कि अगले सत्र से इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई शुरू कर दी जाए। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार चालू वर्ष में सभी 75 जिलों में बीएसएल टू आरटीपीसीआर लैब, सीटी स्कैन व डायलिसिस यूनिट शुरू की जा रही है। सीएचसी-पीएचसी में भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
पीपीपी मॉडल पर महराजगंज व संभल में कॉलेज तय
प्रदेश के असेवित जिलों में पीपीपी मॉडल पर 16 मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। अब तक करीब 29 कॉरपोरेट घरानों ने आवेदन किया गया। इसमें महराजगंज और संभल में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने को मंजूरी दे दी गई है। अन्य जिलों के लिए बातचीत चल रही है।
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