गुजरात कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट बन सकते हैं नरेश पटेल, राजस्थान में गहलोत और प्रशांत किशोर से हो चुकी मुलाकात
गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने के संकेतों के बीच राजनीतिक उठापटक का दौर भी शुरू हो गया है। इसी बीच खबर मिल रही है कि कांग्रेस लेउवा पटेल समुदाय के नेता नरेश पटेल को अपना सीएम उम्मीदवार बना सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के इशारे पर कांग्रेस ने नरेश पटेल को अपना सीएम उम्मीदवार बनाया तक किया है।
अशोक गहलोत की मध्यस्थता से तैयार हुआ फॉर्मूला
प्रशांत किशोर का मानना है कि नरेश पटेल मुख्यमंत्री पद के लिए सही व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने सहयोगी के रूप में एक ओबीसी या आदिवासी चेहरे को पेश करने की रणनीति तैयार की है। जाति को संतुलित करने के लिए प्रशांत किशोर की सफलता का राज यह था कि चुनावी व्यवस्था को उन्होंने जहां भी संभाला, उनका एक चेहरा था और इस सिद्धांत के आधार पर वे चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के लिए एक चेहरा लेना चाहते हैं और 2022 की लड़ाई में प्रवेश करना चाहते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मध्यस्थता से पूरा फॉर्मूला तैयार किया गया है।
नरेश पटेल राजनीति में आने के मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अरविंद केजरीवाल जल्द ही गुजरात का दौरा करेंगे और अनेक दिग्गज नेताओं को पार्टी में जोड़ने की कोशिश करेंगे। वहीं, खोडलधाम के चेयरमैन और पाटीदार अग्रणी नरेश पटेल राजनीति में आने के मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। पटेल आने वाले दिनों ने अपने बयान से सबको चौंका भी सकते हैं। आप के पास अब केजरीवाल के अलावा भगवंत मान जैसे नेता हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इन नेताओं के गुजरात में प्रचार करने से पार्टी को फायदा होगा।
पाटीदार समाज के बीच गहरी पैठ
पिछले एक दशक से गुजरात की राजनीति में नरेश पटेल के नाम की चर्चा रही है। खोडलधाम पर भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर अग्रणी रहे नरेश पटेल का पाटीदार समाज में जबर्दस्त वर्चस्व है। वे पाटीदार समाज के यूथ आइकन कहलाते हैं। देश-विदेश में बसे गुजराती पाटीदार समाज के लोगों में भी उनकी खास पैठ है।
पिछले साल कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दे दिया था। इतना ही नहीं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने उनसे मुलाकात भी की थी। कुछ दिन पहले ही गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने खत लिखकर राजनीति में आने और समाज सेवा का आग्रह किया था।
लेउवा पटेल, सौराष्ट्र और कच्छ के इलाके में ज्यादा, राजकोट, जामनगर, अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, सुरेंद्रनगर जिलों में बहुतायत, पाटीदार की एक उपजाति है। सौराष्ट्र के 11 जिलों के अलावा सूरत में भी ज्यादा प्रभाव है। नरेश पटेल ने बयान दिया था कि 20 से 30 मार्च के बीच राजनीति में आने या नहीं आने का फैसला करेंगे। ऐसे में उनके फैसले पर सभी की नजरें रहेंगी।