Russia Ukraine War: मानवीय गलियारा क्या होता है? इसकी जरूरत कब पड़ती है?
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रूस-यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की बातचीत से पहले रूस की ओर से बड़ा एलान किया गया है। खबरों के मुताबिक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो के मानवीय गलियारा बनाने के अनुरोध पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने सीजफायर यानी संघर्ष विराम की घोषणा की है। इस दौरान युद्ध में फंसे आम लोगों को निकालने के लिए मानवीय गलियारा बनाया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, कीव, खारकीव, मारियुपोल और सूमी में सीजफायर रहेगा। सीजफायर किसी भी युद्ध को स्थाई या अस्थाई तौर पर रोकने का एक जरिया है।
इससे पहले रूस ने शनिवार को भी यूक्रेन के दो शहरों मारियुपोल के 200,000 और वोल्नोवाखा के 15,000 नागरिकों के निकलने के लिए सीजफायर का एलान किया था और इसके लिए मानवीय गलियारा शुरू किया गया था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि मानवीय गलियारे खोले जाएंगे, इस दौरान लोग शहर छोड़कर जा सकेंगे। लेकिन यूक्रेन की मीडिया ने बड़ा आरोप लगाया कि रूस ने इस संघर्ष विराम को तोड़ दिया है और मारियूपोल में बमबारी हो रही है, जिस वजह से लोग निकल नहीं पाए।
क्यों रोका गया लोगों को निकालने का काम?
मारियुपोल में संघर्ष विराम की घोषणा के बाद शहर के डिप्टी मेयर सेरेई ओरलोफ ने कहा था मारियुपोल में और ओरिखिएव के नजदीक लोगों को निकालने के रूट पर लगातार बमबारी जारी है जिस कारण लोगों को निकालने का काम रोक दिया गया था।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि रूस ने कहा कि मारियुपोल और वोल्नोवाखा के पास बनाए गए कॉरिडोर का उपयोग नहीं किया गया था क्योंकि राष्ट्रवादियों ने नागरिकों को भागने से रोका और संघर्ष विराम के दौरान रूसी सेना भी आग की चपेट में आ गई। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि मानवीय गलियारा क्या होता है जिसके जरिए युद्ध के दौरान लोगों को राहत मिलती है।