PM के उत्तराखंड दौरे से पहले बड़ा फैसला, CM धामी ने देवस्थानम बोर्ड को किया भंग
माना जा रहा है कि देहरादून की इस रैली के साथ BJP उत्तराखंड (Uttarakhand) में चुनाव प्रचार की शुरुआत भी कर सकती है. जानकारों के मुताबिक जनवरी के पहले हफ्ते के आसपास विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा हो सकती है. इसलिए प्रदेश के विकास के लिए आने वाले दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और भी परियोजनाओं का शिलान्यास या लोकार्पण कर सकते हैं.
नई दिल्ली: बीजेपी (BJP) के लिये भले ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतना सबसे अहम माना जा रहा है लेकिन उत्तराखंड में सत्ता बरकरार रखने की भी जी तोड़ कोशिश हो रही है. इसके लिए पार्टी अपने सबसे भरोसेमंद चेहरे यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर ही पूरी तरह से निर्भर है.
इसी कड़ी में देखा जाये तो पीएम मोदी 4 दिसंबर को एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड का दौरा करेंगे. आपको बता दें कि तीन महीने में यह प्रधानमंत्री की तीसरी उत्तराखंड यात्रा होगी.
देवभूमि को सौगात
PM नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे के बीच करीब 30,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. जिसमें 26,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और 4000 करोड रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन है.
जनसभा का आयोजन
इस उद्घघाटन और शिलान्यास समारोह के बाद PM मोदी देहरादून (Dehradun) में एक बड़ी रैली को संबोधित भी करेंगे. देहरादून के पैवेलियन ग्राउंड में 1 बजे रैली होगी. प्रदेश बीजेपी ने पीएम मोदी की रैली में 1 लाख लोगों की बड़ी जनसभा आयोजित करने का कार्यक्रम बनाया है.
माना जा रहा है कि रैली के माध्यम से बीजेपी, उत्तराखंड (Uttarakhand) में चुनाव प्रचार की शुरुआत भी कर सकती है. जानकारों के अनुसार जनवरी के पहले हफ्ते के आसपास विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा हो सकती है. इसका ध्यान रखते हुए आने वाले दिनों में पीएम मोदी (PM Modi) और भी परियोजनाओं का शिलान्यास या लोकार्पण कर सकते हैं.
अक्टूबर और नवंबर में भी पहुंचे प्रधानमंत्री
इससे पहले पीएम मोदी 4 अक्टूबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया था. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करने केदारनाथ गये थे.
PM के दौरे से पहले UK सरकार का बड़ा फैसला
पीएम मोदी के दौरे से पहले उत्तराखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को वापस ले लिया है. चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम, 2019 द्वारा गठित देवस्थानम बोर्ड के गठन के उपरांत बनी स्थितियों और सभी हितधारकों के पक्षों पर विचार करने के बाद सरकार ने उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम् प्रबन्ध अधिनियम, 2019 के निरस्त किये जाने का निर्णय लिया है.
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर प्रदेश में काफी विरोध हो रहा था. माना जा रहा है कि बीजेपी के एक मुख्यमंत्री को हटाये जाने के कई कारणों में से एक कारण यह भी था. यानी अब इस फैसले के बाद पीएम मोदी का 4 दिसम्बर का दौरा और भी महत्वपूर्ण हो गया है.