Delhi-NCR : अगले हफ्ते पलटी मारेगा मौसम, बढ़ेगी ठंड, छाए रहेंगे बादल, जानिए पूरा हाल
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को दोपहर एक बजे तक और फिर शाम चार बजे से हवाएं काफी कमजोर रही। सफदरजंग एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी सुबह 10 बजे तक मज 300 से
नई दिल्ली
अगले कुछ दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिलेगा। हवाएं कमजोर रहेंगी। अगले दो दिनों तक आसमान साफ रहेगा। लेकिन 29 नवंबर से हल्के बादल देखने को मिल सकते हैं। यही वजह है कि अधिकतम तापमान 26 से 27 और न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री के बीच देखने को मिल सकता है।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान बढ़कर 11 डिग्री तक पहुंच गया है। यह सामान्य है। हवा में नमी का स्तर 48 से 95 प्रतिशत तक बना रहा। आया नगर की सुबह सबसे ठंडी रही, जहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा। शनिवार को आसमान साफ रहेगा। सुबह के समय हलका कोहरा देखने को मिल सकता है। अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के करीब रह सकता है।
हवाओं की गति 28 नवंबर तक 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटे
वहीं 29 नवंबर से दो दिसंबर तक राजधानी में आंशिक तौर पर बादल देखने को मिल सकते हैं। जिसकी वजह से अधिकतम तापमान सिमटकर 25 डिग्री के करीब रह सकता है। लेकिन न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट होने की संभावना नहीं है। कुल मिलाकर अभी कंपकंपाती ठंड के लिए एक हफ्ते से अधिक का इंतजार करना पड़ सकता है। हवाओं की गति 28 नवंबर तक 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी। इसके बाद 29 और 30 नवंबर को इनमें सुधार होगा और यह 6 से 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बहेंगी। लेकिन इसके बाद एक दिसंबर से इनमें फिर गिरावट हो जाएगी।
सफदरजंग एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी
वहीं मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को दोपहर एक बजे तक और फिर शाम चार बजे से हवाएं काफी कमजोर रही। सफदरजंग एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी सुबह 10 बजे तक मज 300 से 500 मीटर तक रही। इसके बाद इसमें सुधार हुआ और यह 800 से 1000 मीटर तक पहुंच गई। शाम के समय स्मॉग छाई रही। आईएमडी के अनुसार 11 से 13 नवंबर के बीच स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी कम रही थी। इसके बाद अब 26 नवंबर को स्मॉग की वजह से ऐसा देखने को मिला है। पालम आईजीआई एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी कुछ अधिक रही। यहां सुबह के समय विजिबिलिटी 1000 से 1500 मीटर के आसपास रही। इसके बाद यह 1500 से 2000 मीटर की हो गई।