कोरोनाकाल के बाद तेजी से बढ़ी बेरोजगारी और नौकरी की कमी को देखते हुए अब असंगठित श्रमिक वर्ग को केंद्र सरकार की नीति के तहत ई -श्रम कार्ड दिया जा रहा है। सूरत में कुल 17 लाख श्रमिक हैं। प्रदेशभर में 1.87 करोड़ श्रमिकों को ई-श्रम कार्ड मिलेगा। यह उनके स्वास्थ्य और जीवन संबंधी समस्याओं में यह मददगार बनेगा।
सूरत में भारी संख्या में श्रमिक रहते हैं, जिसके लिए यहां ई -श्रम कार्ड से संबंधित जानकारी देने के लिए तैयारी शरू कर दी गई है। सूरत में श्रमिकों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इस लिस्ट में सबसे पहले ऑटोचालकों और बस कंडक्टरों को शामिल किया गया है। आरटीओ में रिजस्टर्ड हुए ऑटो के अनुसार कुल 1 लाख, 4 हजार ऑटोचालकों को यह फॉर्म भरना है।
सूरत जिले में रजिस्ट्रेशन के लिए 1100 सेंटर बनेंगे
सूरत जिले में ई-श्रम कार्ड के लिए 1100 सेंटर बनाए जा रहे हैं। यहां श्रमिक रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उन्हें किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा। इसके लिए आधार कार्ड नंबर, फोन नंबर और बैंक अकाउंट नंबर देकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। उन्हें जानकारी भी मिलेगी।
श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन के प्रति जागरूक करेंगे
इस नीति के तहत पूरे देश में कुल 43 करोड़ श्रमिक हैं। गुजरात में कुल 1. 87 करोड़ श्रमिक हैं और सूरत में 17 लाख, 29 हजार श्रमिक हैं। इनकी लिस्ट बनाई जा रही है। श्रमिकों को ई-श्रम कार्ड के लिए जागरूक किया
जाएगा ताकि ये सभी रजिस्ट्रेशन करवाकर इसका लाभ ले सकें।
ई-श्रम कार्ड से यह फायदा होगा
आरटीओ में हुए रजिस्ट्रेशन के अनुसार 1.04 लाख ऑटोचालकों से ई-श्रम कार्ड का फॉर्म भरवाया जाएगा
ई-श्रम कार्ड से श्रमिकों को उनके स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर वित्तीय मदद दी जाएगी। केंद्र सरकार की योजना के अनुसार कार्ड पाने वाले लाभार्थियों की दुर्घटना हो जाती है और अस्पताल में भर्ती होते हैं तो एक लाख की
रकम ई-श्रम कार्ड से मिलेंगे। यदि उनकी आकस्मिक या स्वाभाविक मौत होती है तो दो लाख की रकम मिलेगी। आरटीओ के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर हार्दिक पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से निर्देश दिया है।
हमने सबसे पहले 1 लाख, 4 हजार ऑटोचालकों की लिस्ट बनाई है जो श्रमिक की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा बस कंडक्टर भी इसमें शामिल है। ऑटोचालक यूनियन के सदस्यों को आरटीओ में बुलाकर ई-श्रम कार्ड से संबंधित जानकारी दे दी गई है। उन्हें इसके प्रति जागरूक किया गया है ताकि वे आसाीन से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकें।
