Asaduddin Owaisi ने कहा मुसलमानों को नहीं मिल रहा PM आवास, सीएम योगी ने दिया करारा जवाब
उत्तर प्रेदश विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) की सुगबुगाहट के साथ ही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asadudin Owaisi) लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी पर हमलावर हैं. ओवैसी ने एक बार फिर आरोप लगाया है कि सरकार मुसलमानों के साथ भेदभाव कर रही है. ओवैसी के आरोपों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया है.
‘अब्बा जान क्यों कहा?’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asadudin Owaisi) ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana ) का लाभ नहीं मिल रहा. बहराइच में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, ‘अगर योगी जी आप भेदभाव नहीं करते तो आपने अब्बा जान शब्द अपने मुंह से क्यों निकला. प्रधानमंत्री आवास योजना में किस मुसलमान को घर दिया, दस नाम भी बता दो.’ इसके साथ ही ओवैसी ने कहा, उत्तर परदेश में मुसलमान पढ़ नहीं पा रहा, इसका जिम्मेदार क्या ओवैसी है?
योगी का पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पलटवार करते हुए कहा, ‘मोदी जी का सकंल्प है सबका साथ सबका विकास. पीएम आवासा योजना (PM Awas Yojana) का फायदा किसी का चेहरा देख कर नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, मोदी जी ने महिलाओं के लिये इज्जत घर बनाने का काम किया है. पहले बेटियों के साथ भेदभाव होता था हमारी सरकार आने के बाद भेदभाव को खत्म किया गया. बेटियों की शादी के लिये भी हमारी सरकार ने योजना बनाई है. 751 करोड़ रुपये किसानों को देने का काम किया है. लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: मनीष गुप्ता केस: CM योगी ने मानी परिवार की सारी मांगें, पत्नी को दी जाएगी सरकारी नौकरी
अखिलेश सरकार पर भी निशाना
उन्नाव में कई योजनाओं का लोकार्पण करते हुए सीएम योगी ने कहा, पिछली सरकार सावन के मौके पर कांवड़ यात्रा नहीं निकलाने देती थी. कृष्ण जन्माष्टमी पर भी पिछली सरकार ने रोक लगा दी थी. पिछली सरकार ने कहा था डीजे बजेगा तो कांवड़ यात्रा में दंगा हो जायेगा, हमने कांवड़ यात्रा में डीजे की रोक को हटाया और कोई दंगा नहीं हुआ. यहां पर दंगा करने वालों की सात पीढ़ियां इसकी भरपाई करते-करते थक जाएंगी.