ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी कर चुकी निजी एजेंसी ने एमकॉम सेमेस्टर-2 के परिणाम में भी की भूल, उत्तर के विकल्प गलत दिए, 1500 छात्र फेल
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी की ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी करने वाली निजी कंपनी ने अब एमकाॅम सेमेस्टर-2 के परिणाम भी भारी भूल कर दी। इसमें 1500 छात्रों को फेल कर दिया गया। इतनी संख्या में फेल हुए छात्र मंगलवार को यूनिवर्सिटी पहुंच गए। जांच की गई तो पता चला कि कंपनी ने प्रश्नपत्र में उत्तर के विकल्प ही गलत दे दिए थे।
मंगलवार को फेल हुए 500 से ज्यादा छात्रों ने यूनिवर्सिटी में हंगामा किया। कुलपति किशोर चावड़ा ने विवाद खत्म करने के लिए छात्रों से कहा कि शाम तक सभी के परिणाम सुधार दिए जाएंगे। उसके बाद शाम को छात्रों को सुधारा गया परिणाम भेजा गया।
यूनिवर्सिटी को भी तब पता चला जब छात्र आए
मंगलवार को कडोदरा, वापी, नवसारी, कामरेज से 500 से ज्यादा छात्र-छात्राएं और अभिभावक सीधे कुलपति के पास पहुंच गए। उन्होंने कहा कि एमकॉम सेमेस्टर-2 का परिणाम गलत जारी किया गया है। उसके बाद इस मामले की जांच कराई गई। यूनिवर्सिटी ने बताया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि परिणाम जारी करते समय आंसर के विकल्प गलत दे दिए गए थे। उसके बाद यूनिवर्सिटी ने तत्काल कंपनी से बात करके दोबारा परिणाम जारी करवाया। इसमें फेल छात्रों को पास कर दिया गया।
पेपर छापने वाली कंपनी को दे दी है जिम्मेदारी
एमकाॅम सेमेस्टर-2 के परिणाम में भूल करने वाली कंपनी इससे पहले ऑनलाइन परीक्षा में भी गड़बड़ी कर चुकी है। 2 महीने पहले हुई ऑनलाइन परीक्षा के दाैरान कई छात्रों को गलत पासवर्ड और आई कार्ड दे दिए गए थे। इससे छात्रों को काफी परेशानी का सामना करने पड़ा था। उस समय भास्कर ने पड़ताल करके बताया था कि इस निजी कंपनी को बिना यूनिवर्सिटी ने बिना टेंडर के ऑनलाइन परीक्षा लेने से लेकर परिणाम जारी करने तक का काम दे दिया है। जिस कंपनी को यूनिवर्सिटी ने यह काम साैंपा है उसका मूल काम पेपर छापने का है।
छात्रों की उत्तर पुस्तिका पर एजेंसी ने उत्तर के विकल्प गलत फीड कर दिए थे। इसकी वजह से ऐसा हुआ है। हालांकि छात्रों के परिणाम में सुधार कर दिया गया है। अब कंपनी को नोटिस दिया जाएगा। उसके लिए विचार किया जा रहा है। -अरविंद धडूक, परीक्षा नियामक