पंजाब कांग्रेस में जल्द खत्म होगी कलह, सिद्धू को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी, कैप्टन अमरिंदर ने विधायकों के साथ किया लंच
पंजाब कांग्रेस में जारी कलह अब खत्म हो जाएगी. पार्टी आलाकमान की तरफ से जल्द पंजाब को लेकर बड़ा फैसला किया जाएगा और नवजोत सिंह सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा के चुनाव को देखते हुए कैबिनेट में फेरबदल कर सत्ता विरोधी लहर को भी खत्म करने की कोशिश की जाएगी.
इससे पहले, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पार्टी आलाकमान की तरफ से स्थिति को स्पष्ट करने को कहा गया था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इधर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को पार्टी विधायकों के साथ चंडीगढ़ में लंच पर बैठक बुलाई. यह बैठक करीब चार घंटे लंबी चली. लंच पर बैठक के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब क शहरी क्षेत्रों के सीनियर कांग्रेस सहयोगियों के साथ सकारात्मक चर्चा रही. हमने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए उनके फीडबैक लिए.
एक दिन पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ लंबी मुलाकात की. माना जा रहा है कि इन बैठकों में कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू को पार्टी या संगठन में सम्मानजनक स्थान की पेशकश के साथ मनाने का प्रयास किया गया. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ सिद्धू के सख्त रुख को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान दोनों नेताओं के लिहाज से संतोषजनक समाधान निकालने का प्रयास कर रहा है.
हाल के दिनों में सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते. हाल के कुछ हफ्तों से सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सिद्धू का कहना है कि गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कारगर कदम भी नहीं उठाए गए. पंजाब में कांग्रेस की कलह दूर करने के प्रयास के तहत राहुल गांधी ने हाल में पार्टी के कई नेताओं के साथ मंथन किया था.