Search
Close this search box.

Rupee Record Low: रसातल में रुपया! फेड के फैसले के बाद पहली बार एक डॉलर के मुुकाबले गिरा 85.07 के नीचे

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

रुपया पहली बार 85 के लेवल के नीचे जा गिरा है. करेंसी मार्केट में रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ एक डॉलर के मुकाबले 85.06 रुपये के लेवल के नीचे जा फिसला है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने महंगाई दर का अनुमान 2025 के लिए बढ़ा दिया है तो ब्याज दरों में केवल दो बार कटौती करने की बात कही है जिसके चलते रुपये पर दबाव देखा जा रहा है.

डॉलर डिमांड बढ़ने से रुपया हुआ कमजोर
करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपये 85.04 के लेवल पर खुला और फिसलकर 85.07 के लेवल पर जा गिरा. पिछले सेशन में रुपया 84.96 के लेवल पर क्लोज हुआ था. ये पहला मौका है जब एक डॉलर के मुकाबले रुपये 85 के नीचे जा लुढ़का है. इंपोर्टर्स की ओर से डिमांड बढ़ने, शेयर बाजार में बिकवाली कर विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं इससे डॉलर मांग बढ़ी है जिससे रुपये में कमजोरी देखी जा रही है.

रुपया कमजोर, शेयर बाजार में बिकवाली
अमेरिकी फेडरल बैंक ने दो दिनों की मीटिंग के बाद 18 दिसंबर को पॉलिसी का एलान करते हुए ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती की है. लेकिन 2025 के लिए महंगाई दर के अपने अनुमान को 2.1 फीसदी से बढ़ाकर 2.5 फीसदी कर दिया है. फेड रिजर्व ने कहा है कि 2025 में वो केवल दो बार ब्याज दरों मेंकटौती करेगा. जबकि पहले उसे 4 बार कटौती करने का एलान किया था. इससे निवेशकों के बीच निराशा है. फेड के इस फैसले के चलते डॉलर के मुकाबले दूसरी करेंसी कमजोर हुई है जिसमें रुपया भी शामिल है.

और कितना गिरेगा रुपया?
नवंबर महीने में भारत का व्यापार घाटा ऑलटाइम निचले लेवल पर आ गया है. नवंबर 2024 में व्यापार घाटा पिछले सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ते हुए 37.84 अरब डॉलर रहा है. 20 जनवरी, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) शपथ लेंगे. चुनाव में उनके जीत के बाद से ही डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये (Rupee) में गिरावट जारी है. ट्रंप की जीत के बाद से डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) मजबूत हुआ है और सत्ता में आने के बाद डॉलर के और मजबूत होने की संभावना है. इससे रुपये में और भी कमजोरी देखी जा सकती है.

admin
Author: admin

और पढ़ें